Tuesday, August 26, 2025

गणेश चतुर्थी पर्व (27 अगस्त) पर बधाई

 राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने शुभकामनाएं दी हैं 


जयपुर: 26 अगस्त 2025: (मीडिया लिंक रविंदर//राजस्थान स्क्रीन डेस्क)::

राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने गणेश चतुर्थी पर्व (27 अगस्त)  पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

राज्यपाल श्री बागडे ने कहा है कि भगवान श्री गणेश प्रथम पूज्य है।  वह सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने वाले और मंगल करने वाले  हैं। ऐसे भगवान श्री गणेश का हम वंदन, अभिनंदन करते हैं।

उन्होंने गणेश चतुर्थी  उमंग और उत्साह से मनाने के साथ गणेशोत्सव पर भगवान श्री गणेश से राष्ट्र और प्रदेश की समृद्धि, सम्पन्नता और खुशहाली की कामना की है।  ----

डॉ. राजेश व्यास/आशुतोष


Monday, August 25, 2025

मताधिकार और नैतिक मतदान के प्रति जागरूक

प्रदेश के विद्यार्थी अब होंगे  अधिकारों के प्रति और जागरूक 

निर्वाचन विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के बीच हुआ एमओयू 

प्रदेश के विद्यार्थियों में मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में यह एमओयू मील का पत्थर 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी 

एमओयू के माध्यम से स्कूल शिक्षा में निर्वाचन साक्षरता शामिल कर निर्वाचन साक्षरता क्लब (ELC) का सुदृढ़ीकरण एवं सुचारू संचालन संपन्न हो सकेगा-शिक्षा सचिव


जयपुर: 25 अगस्त 2025: (मीडिया लिंक रविंदर/ /राजस्थान स्क्रीन डेस्क )::

निर्वाचन साक्षरता एवं मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में निर्वाचन विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के बीच सोमवार को शासन सचिवालय, जयपुर में ऐतिहासिक एमओयू हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन एवं शासन सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग श्री कृष्ण कुणाल ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस संयुक्त एमओयू के तहत राज्य के समस्त माध्यमिक / उच्च माध्यमिक स्तर के  राजकीय एवं निजी विद्यालयों में भारत निर्वाचन आयोग की संकल्पना को साकार करते हुए स्कूल निर्वाचन साक्षरता क्लब (ELC) का सुदृढ़ीकरण एवं ईएलसी गतिविधियों का सुचारू संचालन संपन्न हो सकेगा।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री महाजन ने कहा कि राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग के पर्यवेक्षण में राजकीय एवं निजी विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को शामिल करते हुए निर्वाचन साक्षरता क्लब गठित कर संचालित किया जा रहे हैं। इन क्लबों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए शाला दर्पण पोर्टल एवं प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर ऑनलाइन ईएलसी एंट्री मॉड्युल उपलब्ध कराया गया है। देश में राजस्थान स्कूल ईएलसी के सुदृढ़ीकरण हेतु डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने वाला संभवतः पहला राज्य है। अब कक्षा 9 से 12वीं में अध्ययनरत 17 वर्ष के समस्त विद्यार्थियों का अग्रिम रूप से मतदाता पंजीकरण आसान होगा और 18 वर्ष की आयु को पूर्ण करते ही विद्यार्थियों को उनका मतदाता पहचान पत्र प्राप्त हो जाएगा, जिससे वो आगामी चुनावों में सक्रिय मतदाता के रूप में अपना कर्तव्य निभा सकेंगे।

श्री महाजन ने  कहा कि  इस MoU का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर मतदाता शिक्षा, जागरूकता एवं लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना तथा भावी मतदाताओं में निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति समझ विकसित करना है। साथ ही भविष्य में भारत निर्वाचन आयोग एवं शिक्षा मंत्रालय – भारत सरकार के निर्देशन में एनसीईआरटी द्वारा विकसित मतदाता शिक्षा से संबंधित पाठ्यक्रम को राज्य की स्कूल शिक्षा में शामिल किया जाना प्रस्तावित है।

शासन सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग श्री कृष्ण कुणाल ने कहा कि इस एमओयू से हम विद्यार्थियों के समग्र विकास की ओर अग्रसर होंगे और उनमें मतदाता शिक्षा एवं लोकतांत्रिक मूल्यों का समावेश हो सकेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्र 2025-26 के शिविरा कैलेंडर में ईएलसी गतिविधियों को पहले ही शामिल कर लिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मतदाता जागरूकता से संबंधित अध्याय भी जोड़े जा रहे। राज्य के विद्यालयों में संचालित ईएलसी क्लब एवं आयोजित गतिविधियों  की शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से दोनों विभागों द्वारा विभिन्न स्तर पर सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होने कहा कि इस एमओयू से हम मतदाता जागरूकता एवं शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक प्रतिबद्धता से कार्य कर सकेंगे।

श्री कुणाल ने कहा कि आज निष्पादित किए गए MoU के माध्यम से हम निर्वाचन विभाग के साथ संकल्प लेते हैं कि विद्यालयों में निर्वाचन साक्षरता के लिए अनुकूल वातावरण विकसित कर हमारे विद्यार्थियों को उनके वोट के महत्व और मूल्य के बारे में प्रभावी रूप से शिक्षित करेंगे और सशक्त लोकतंत्र की ओर अग्रसर होंगे।

यूथ चला बूथ का विमोचन—

इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने निर्वाचन विभाग द्वारा शुरू की गयी त्रैमासिक विभागीय पत्रिका (यूथ चला बूथ) का विमोचन भी किया गया। उन्होंने कहा कि यूथ चला बूथ पत्रिका खास तौर पर युवा मतदाताओं पर केंद्रित है जिसमें प्रमुख रूप से ईएलसी यानि निर्वाचन साक्षरता क्लब में होने वाली जागरूकता गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।

कार्यक्रम में राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा अभियान (एसएमएसए), राजस्थान शिक्षा परिषद एवं आयुक्त, स्कूल शिक्षा श्रीमती अनुपमा जोरवाल एवं संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रौनक बैरागी सहित दोनों विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

——//बनवारी यादव/रवीन्द्र सिंह//------

Tuesday, July 15, 2025

आज का समय स्किल, स्टार्ट्स अप और स्पोर्ट्स का अमृतकाल है

  From PRD Rajasthan on 15 Jul 2025 at 9:18 PM

--कर्नल राज्यवर्धन ने बताया मौजूदा दौर का सार और गुर 

-विश्व युवा कौशल दिवस-2025 पर युवाओं को मिला प्रेरणा और अवसर का नया संबल

जयपुर: 15 जुलाई 2025: (मीडिया लिंक 32//राजस्थान स्क्रीन डेस्क) ::


कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने
विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर प्रदेश के युवाओं को प्रेरणादायक संबोधन देते हुए कहा कि आज का समय  स्किल, स्टार्ट्स अप और स्पोर्ट्स का अमृतकाल है। युवाओं का कौशल ही भारत की सबसे बड़ी ताकत बनेगा।

उन्होंने बताया कि राज्य की कामकाजी आबादी अब कुल जनसंख्या का 63% हो चुकी है, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश को देश का सबसे युवा और दक्ष राज्य बना सकती है।

उन्होंने कहा, “अगर इस जनशक्ति को सही दिशा और कौशल मिले तो यही भारत को नेतृत्व प्रदान करने वाली शक्ति बनेगी। हम कौशल को केवल नौकरी पाने का माध्यम नहीं बल्कि नौकरी देने की क्षमता का आधार मानते हैं।”

कर्नल राठौड़ ने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष लगभग 3 लाख युवाओं को 663 कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है और 683 करोड़ रूपये से अधिक का कौशल भत्ता वितरित किया गया है।

उन्होंने कोलकाता के पिंटू पोहन की कहानी साझा की, जिन्होंने पान की दुकान चलाते हुए 12 उपन्यास और 200 से अधिक कहानियाँ लिखी। यह इस बात का प्रतीक है कि संकल्प, मेहनत और कौशल से हर परिस्थिति बदली जा सकती है।

कर्नल राठौड़ ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का उल्लेख करते हुए कहा कि 41 वर्षों बाद किसी भारतीय ने अंतरिक्ष  में जाकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर  तिरंगा लहराया है, जो भारत सरकार की दूरदर्शिता और युवाओं में विश्वास का प्रमाण है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “भारत के पास दो सबसे बड़ी ताकतें हैं — डेमोक्रेसी और डेमोग्राफी । आज दुनिया मानती है कि भारत के पास वह युवा शक्ति है जो वैश्विक नेतृत्व दे सकती है।”

इस अवसर पर मंच पर राज्य मंत्री श्री के.के. विश्नोई, श्री विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामगोपाल सुथार, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संदीप वर्मा , आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेशक श्री ऋषभ मंडल तथा महाप्रबंधक श्रीमती सुनीता यादव की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में एसोचेम , फिक्की जैसे प्रमुख औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि, कौशल क्षेत्र से जुड़े उद्योग प्रतिनिधि, प्रशिक्षण संस्थान, विभिन्न हितधारक तथा आरएसएलडीसी के  अधिकारीगण उपस्थित रहे।

टीसीएस  का ‘कॅरियर क्रिएटर’ पोर्टल लॉन्च—

राइजिंग राजस्थान के तहत टाटा कन्सलटेंसी सर्विसेज के साथ हुए एमओयू  को धरातल पर उतारते हुए विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर टीसीएस का नवीनतम पोर्टल  ‘कॅरियर क्रिएटर’ लॉंन्च किया गया।

यह एक फ्री कॅरियर डिाकवरी एंड रेडीनेस पैकेज है, जो युवाओं को कॅरियर चयन, आत्म मूल्यांकन, स्किल गाइडेंस और डिजिटल टूल्स के माध्यम से तैयारी में मदद करेगा।

यह पोर्टल युवाओं को 21वीं सदी के कॅरियर लायक़ स्किल्स और सोच विकसित करने में सहायता करेगा।

प्रतिभाओं का सम्मान—

इस अवसर पर प्रदेश के उन स्किल आइकन्स, एनसीवीटी टॉपर्स एवं स्किल एम्बेसडर्स को  सम्मानित किया गया, जिन्होंने कौशल के क्षेत्र में राज्य और देश को गौरव दिलाया है।

सम्मानित युवाओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यह सिद्ध किया है कि समर्पण और स्किलिंग से कोई भी मंज़िल दूर नहीं।

राज्य मंत्री श्री के.के. विश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने हेतु सतत प्रयासरत है। हम चाहते हैं कि राजस्थान का युवा सिर्फ देश में नहीं, दुनिया में अपनी पहचान बनाए।

आयोजन की व्यापकता—

कार्यक्रम में राज्य भर से आए युवाओं, आईटीआई प्रशिक्षुओं, ट्रेनिंग प्रोवाइडर्स, कौशल विश्वविद्यालयों, औद्योगिक प्रतिनिधियों और विभिन्न साझेदार संस्थानों ने भाग लिया।

विभिन्न स्किल स्टॉल्स, लाइव डेमो, डिजिटल टेक्नोलॉजी प्रजेंटेशन, और काउंसलिंग बूथ्स के माध्यम से युवाओं को कौशल अवसर,एप्रेंटिसशिप और उद्यमिता से अवगत कराया गया।

आयोजन में स्किल्ड राजरस्थान के विज़न को लेकर जो ऊर्जा, भागीदारी और दिशा सामने आई, वह आने वाले वर्षों में राजस्थान को राष्ट्रीय कौशल मानचित्र पर अग्रणी स्थान दिलाने में निर्णायक साबित होगी।

————//अमन​दीप/ब्रजेश 

Thursday, June 26, 2025

मामला 345 पंजीकृत अमान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों

राजस्थान: इन दलों को डीलिस्ट करने की प्रक्रिया प्रारंभ 


राजस्थान से 09 पंजीकृत अमान्यताप्राप्त राजनीतिक दल (RUPPs) डीलिस्ट हेतु चुने गए

सीकर: 26 जून 2025: (मीडिया लिंक रविंदर//राजस्थान स्क्रीन डेस्क)::

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में तथा निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में 345 पंजीकृत अमान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों (RUPPs) को डीलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये वे दल हैं जो वर्ष 2019 से पिछले छह वर्षों में कोई भी चुनाव नहीं लड़े हैं और जिनके कार्यालयों का भौतिक रूप से कोई पता नहीं चल पाया है। ये 345 राजनीतिक दल देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं।

निर्वाचन आयोग के संज्ञान में यह बात आई है कि वर्तमान में पंजीकृत 2800 से अधिक RUPPs में से कई दल ऐसे हैं जो RUPP के रूप में बने रहने की आवश्यक शर्तों को पूरा नहीं कर रहे हैं। इसी के मद्देनज़र आयोग ने राष्ट्रव्यापी स्तर पर ऐसे दलों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान चलाया, जिसके अंतर्गत अब तक 345 ऐसे दल चिन्हित किए जा चुके हैं।

राजस्थान से डीलिस्ट हेतु चुने गए 09 पंजीकृत अमान्यताप्राप्त राजनीतिक दल (RUPPs) 

राजस्थान से आयोग ने डिलिस्ट करने के लिए प्रारम्भिक रूप मे राजस्थान जनता पार्टी, राष्ट्रीय जन सागर पार्टी, खुशहाल किसान पार्टी, भारत वाहिनी पार्टी, भारतीय जन हितकारी पार्टी, नेशनल जनसत्ता पार्टी, नेशनलिस्ट पीपलस फ्रंट, स्वच्छ भारत पार्टी एवं महाराणा क्रांति पार्टी का चयन किया है।   

यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी दल अनुचित रूप से डीलिस्ट न हो, संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEOs) को निर्देश दिया गया है कि वे इन दलों को कारण बताओ नोटिस जारी करें। इसके बाद संबंधित CEOs द्वारा इन दलों को व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर दिया जाएगा। किसी भी दल को डीलिस्ट करने का अंतिम निर्णय भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लिया जाएगा।

देश में राजनीतिक दल (राष्ट्रीय/राज्य/पंजीकृत अपंजीकृत) जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29A के तहत निर्वाचन आयोग में पंजीकृत होते हैं। इस प्रावधान के अंतर्गत, कोई भी संगठन एक बार राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत हो जाने पर कर में छूट जैसी विभिन्न सुविधाओं और लाभों का पात्र हो जाता है।

यह प्रक्रिया राजनीतिक प्रणाली की शुद्धि और उन दलों को डीलिस्ट करने के उद्देश्य से की जा रही है, जिन्होंने वर्ष 2019 से लोकसभा या राज्य विधानसभाओं या उपचुनावों में कोई चुनाव नहीं लड़ा है और जिनका भौतिक अस्तित्व भी स्थापित नहीं हो सका है। इस अभियान के पहले चरण में 345 ऐसे दल चिन्हित किए गए हैं और यह प्रक्रिया राजनीतिक प्रणाली को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से आगे भी जारी रहेगी।  --------

Monday, May 5, 2025

भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी

 05 मई 2025, 10:19 PM

फर्जी दस्तावेज एवं अनुचित साधनों से चल रहा था साज़िशी सिलसिला 

*भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी- 

 *अभ्यर्थियों पर कार्यवाही एवं एसओजी के प्रकरणों पर गहन मंथन


जयपुर: 5 मई 2025: (मीडिया लिंक रविंदर//राजस्थान स्क्रीन डेस्क)::

शासन सचिव शिक्षा श्री कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में शिक्षा संकुल परिसर में सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) द्वारा प्राप्त संदिग्ध प्रकरणों की भी गहन समीक्षा की गई। चर्चा का मुख्य फोकस 15 दिसंबर, 2018 से 15 दिसंबर, 2023 तक की पीटीआई (शारीरिक शिक्षा अध्यापक) भर्तियों में संदिग्ध पाए गए ऐसे अभ्यर्थियों पर रहा, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर अथवा अनुचित एवं नियमविरुद्ध साधनों से नौकरी हासिल की। इस मौके पर विगत वर्षों में आयोजित पीटीआई सीधी भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर तथा नियम विरूद्ध एवं अनुचित साधनों का इस्तेमाल कर नियुक्ति प्राप्त करने तथा ऐसे अभ्यर्थियों की विस्तृत जांच कर कार्यवाही किए जाने के संबंध में 9 बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक में दिव्यांगता प्रमाण पत्र, खेल प्रमाण पत्र तथा डिग्रियों के सत्यापन हेतु ऑनलाइन पोर्टल बनाने हेतु जोर दिया गया। इस अहम बैठक में युवा एवं खेल विभाग के शासन सचिव श्री नीरज के पवन, राजस्थान लोक सेवा आयोग के सचिव श्री रामनिवास मेहता, राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग के सचिव डॉ. भागचंद बधाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री आशीष मोदी, एसओजी के एसपी के साथ ही स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, खेल विभाग तथा एसओजी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक में निम्न बिंदुओं पर चर्चा हुई-

1. पीटीआई भर्ती 2022 में चयनित 243 अभ्यर्थियों के संबंध में विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही।

2. विभिन्न पदों की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल फर्जी / डमी अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित करना।

3. मेडिकल बोर्ड से जांच कराये जाने पर दिव्यांगता प्रमाण पत्रों में दिव्यांगता प्रतिशत एवं दिव्यांगता में भिन्नता की स्थिति।

4. खेल प्रमाण पत्रों की जांच / वैद्यता के संबंध में।

5. निजी विश्वविद्यालयों द्वारा बिना काउंसलिंग के सीधे ही बीपीएड/डीपीएड/बीएड/डीएलएड में प्रवेश देकर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करवाने के संबंध में।

6. निजी विश्वविद्यालयों द्वारा एनसीटीई के निर्धारित मानदंडों के विपरित जाकर स्नातक में प्राप्तांक नहीं होने पर भी बीपीएड में प्रवेश दिए जाने के संबंध में।

7. बीएड/बीपीएड/एमपीएड/डीपीएड इत्यादि प्रशैक्षिक डिग्रीयों के केंद्रीयकृत रजिस्ट्रेशन एवं सत्यापन की व्यवस्था करवाने के संबंध में।

8. 15 दिसंबर, 2018 से 15 दिसंबर, 2023 तक की गई भर्तियों में नियुक्त कर्मचारियों के दस्तावेज सत्यापन उपरान्त संदिग्ध पाए गए अभ्यर्थियों की जांच पूर्ण करना।

9. एसओजी द्वारा भेजे गए विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में पेपरलीक/फर्जी/डमी के रूप में संलिप्त 82 कार्मिकों के विरूद्ध कार्यवाही को पूर्ण किया जाए।

---राजेश यादव/रवीन्द्र सिंह--

Friday, April 25, 2025

डूंगरपुर में पीएम आवास लाभार्थी रेखा रोत के घर हुआ गृह प्रवेश समारोह

छाया चौबीसा,सहायक निदेशक ,सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय डूंगरपुर//गुरूवार दिनांक 24 अप्रेल 2025

पंचायती राज दिवस पर कराया ढोल ढमाकों, विधि विधान से गृह प्रवेश


डूंगरपुर
: 24 अप्रैल 2025: (मीडिया लिंक रविंदर//राजस्थान स्क्रीन डेस्क)::

अभी भी देश और दुनिया में बहुत से लोग हैं जिनके पास ऐसी छत नहीं है जिसे घर कहा जा सके। बसेरा कहा जा सका या फिर जहां थक हार कर लौट आने से लगे कि बस यही है अपनी दुनिया। ऐसे लोगों को घर देने का संकल्प किया था मुख्यमंत्री का। इसे पूरा करना आसान नहीं था। यह एक ऐसा सपना था जिसे साकार करना सचमुच बहुत मुश्किल था। इसके बावजूद मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा दृढ़ता से इस पर अडिग थे। आखिर मेहनत रंग लाई। सपना साकार होने का वक़्त आया। खुशियों ने लाभार्थी  रेखा का दरवाज़ा खटखटाया।  

डूंगरपुर में उस दिन सारा इलाका ही खुश था। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के प्रदेश में सुशासन देने तथा हर गरीब का सपना साकार करने की दिशा में कार्य करते हुए डूंगरपुर में प्रधानमंत्री आवास लाभार्थी रेखा के घर प्रशासन के साथ पहुंचा तथा गृह वास्तु कराकर गृह प्रवेश करवाया गया। 

उस दिन विशेष दिन ही था। पंचायतीराज के स्थापना दिवस 24 अप्रेल, 2025 का दिन रेखा पत्नि तुलसी राम रोत निवासी खेरवाडा सिदडी का दिन किसी सपने से कम नहीं था, जिसके आंगन में जिला परिषद डूंगरपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हनुमान सिंह राठौड की अगुवाई में सभी पंचायत राज विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारी के साथ ढोल ढमाकों के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित लाभार्थी रेखा के घर गृह प्रवेश करवाने पहुंचे। माहौल बहुत ही यादगारी बन पड़ा।

इस शुभ अवसर पर वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ आवास चाबी, दीवार घडी और दौडते घोडों से युक्त तस्वीर भेंट कर महेष ओझा अधिशासी अधिकारी महानरेगा, पंचायत समिति के विकास अधिकारी प्रवीण सिंह राव, प्रधानमंत्री आवास के प्रभारी गौरी शंकर कटारा, मनरेगा प्रभारी श्याम सुन्दर पाटीदार, आवास शाखा से मोहन लाल यादव, भावेश जोशी , ग्राम पंचायत सिदडी खेरवाडा के प्रशासक गोदावरी देवी, वार्ड पंच भूरी देवी परमार ग्राम विकास अधिकारी लीला बुझ, लोकेश डिंडोर , रमेश कटारा कनिष्ठ सहायक, समाजसेवी बाबुलाल परमार, भगवान परमार, मावजी कटारा, मोहन कटारा सहित डायालाल परमार की मौजूदगी में गृह प्रवेश करवाया गया। ख़ुशी के आंसुओं से मन भरा हुआ था। 

इस का लाभ उठाने वाली रेखा के परिवार के साथ गृह वास्तु के बाद सभी ने पंगत में बैठ कर परम्परागत भोज लपसी, दाल चावल का सेवन किया। भोजन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क की गई। रेखा के दो बेटे और दो बेटियों के चेहरे पर खुशी देखते ही बनती थी। इससे पूर्व लाभार्थी रेखा को शॉल और उपर्णा भेट कर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने समय पर प्रधान मंत्री आवास पूर्ण करने की बधाई दी तथा बच्चों को साफा एवं माल्यापर्ण कर शुभकामनाएं प्रदान की। एक नई दुनिया का निर्माण हुआ था। स्वर्ग सा सुंदर घर सामने था। 

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास लाभार्थी को वर्ष 2024-25 में प्रथम किश्त 15000 द्वितीय किश्त 45000 तृतीय किश्त 60000 कुल 120000 रूपये एवं महानरेगा योजना में 90 दिवस का 23940 रूपया प्रदान किया। बस कुछ ही पड़ावों में यह सपना साकार कर लिया गया। 

उम्र का लंबा हिस्सा संघर्षों में काटने वाली रेखा बहुत प्रसन्नता से बताती है कि सरकार ने मेरा सपना साकार किया।  अनुमान लगाइये रेखा की खुशियों का। 

संघर्षों के बाद मिली ख़ुशी की चमक भी अलग ही होती है। लाभार्थी रेखा ने बताया कि गरीब के घर के वास्तु का सपना, सपना ही रह जाता है लेकिन प्रशासन ने बिना कोई खर्च करवाये वास्तु करवाया, आसपास के परिवारों और बच्चों के साथ जीमण करवाया, श्रीफल, दीवार घडी की भेंट देकर  सरकार ने मेरा और मेरे परिवार का जो सपना पूरा किया है, इसे वह ताउम्र नहीं भूल पायेगी। 

इस बहुत बड़ी मानवीय उपलब्धि के बावजूद अभी यह देखना बाकी है कि कितने और परिवार इस सुविधा से वंचित हैं? कितने लोगों के पास सिर छुपाने की छत नहीं है? अभी सफर लंबा है। चले चलो कि वह मंज़िल अभी नहीं आई...! 

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Tuesday, July 16, 2024

राजस्थान के लिए पानी की ज़रूरत को के ए अब्बास साहिब ने भी समझा था

Tuesday 15 July 2024 at 07:51 PM

चौबीसों घण्टे पेयजल सप्लाई पर आयोजित हुई कार्यशाला

लेकिन अतीत में जाना होगा दो बूँद पानी की फिल्म देखने भी 


जयपुर
: 15 जुलाई 2024: (के के सिंह//राजस्थान स्क्रीन डेस्क):: 

जब राजस्थान में पानी का संकट बेहद गंभीर था .लोग बूँद बूँद पानी को तरसते थे। उस समय भी राजस्थान के लोगों की ज़िन्दगी के इस दर्द को बहुत जहां संवेदना से महसूस करने वाले लोग मौजूद थे। इनके प्रयासों को उस सफलता की नींव कहा जा सकता है जिस सफलता के अंतर्गत आज लोगों की बहुत बड़ी संख्या तक पानी पहुंच पा रहा है। इन्हीं संवेदनशील लोगों में एक जानेमाने बुद्धिजीवी थे जनाब ख्वाजा अहमद अब्बास।   

ख्वाज़ा अहमद अब्बास लेखन, पत्रकारिता और फिल्म संसार के एक जानेमाने नाम थे। उन्होंने एक फिल्म बनाई थी दो बूंद पानी। राजस्थान के  पानी लाने के लिए गांवों के आम लोगों ने क़ुरबानी की जिस भावना से काम लिया उसका अहसास दिलाती है यह फिल्म। पानी लाना कितना मुश्किल था। पहाड़ों को हटाना कितना मुश्किल था। डाईना माईट ही बस एक रास्ता था। लेकिन इस धमाके में भी जान जाने का खतरा था। अपने गांव तक नहर पहुंचाने के लिए गांव का जवान गंगा राम कहता है मैं करूंगा यह काम। गंगा सिंह की इस भूमिका को जलाल आगा ने बहुत कमाल से निभाया। 

गंगा सिंह की क़ुरबानी के बाद नहर का रास्ता तो बन जाता पर गांव में उसका इंतज़ार कर रही उसकी पत्नी गौरी दिन रात उसकी याद में तड़पती है। उसके राहें देखती है। इस मामले में गीत संगीत बहुत ही कमाल का है। उसे कुछ नहीं पता कि उसका गंगा राम तो नहर  क़ुरबानी दे गया। 

जब गांव का इंजीनियर और गौरी की ननद नहर के उदघाटन पर उसे लिवाने के लिए आते हैं तब का माहौल भी बहुत दर्द भरा है। गौरी पूछती है उसका गंगा कहां है? उसे जवाब नहीं मिलता। आखिर गौरी को लेकर नहर के शुभारम्भ वाले आयोजन में लेजाया जाता है। गौरी फिर पूछती है। उसका गंगा कहां है? वह नज़र क्यूं नहीं आ रहा। तब नहर इंजीनियर बाबू हुए गौरी की ननद कहते हैं ज़रा सामने देखो। दर्शकों को भी एक बारगी तो लगता है। अभी गंगा सामने से निकल आएगा। बस सामने देखो कहते ही पानी छोड़ने का बटन दबा दिया जाता है। गौरी सामने देख रही है। तब उछलते आ रहे नहर के पानी में निर्देशक ने उसके पति गंगा सिंह की छवि उसी पानी में दिखाई है। गौरी की भूमिका बहुत ही शानदार ढंग से निभाई है सिम्मी गरेवाल ने। उस समय के हालात और इस फिल्म को ज़हन में रखे बिना हां आज की उस ख़ुशी को भी न समझा पाएंगे जो आज के राजस्थान में 24 घंटे पेय जल की सप्लाई को लेकर पाई जा रही है। 


इस वर्कशाप की खबर के अवसर पर इस फिल्म का उल्लेख भी ज़रूरी था। राजस्थान नगरीय आधारभूत परियोजना (आरयूआईडीपी ) द्वारा चौबीसों घण्टे पेयजल सप्लाई पर कार्यशाला जयपुर शहर में आयोजित की गई।कार्यशाला में आरयूआईडीपी, रूडसिको और डी.एल.बी. के अभियन्ताओं ने भाग लिया। इसमें चौबीसों घण्टे पेयजल सप्लाई के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई और फील्ड से मिले अनुभवों को साझा किया गया। 

एडमिनिस्ट्रेटिव स्टॉफ कॉलेज ऑफ इंडिया, हैदराबाद के केन्द्र निदेशक प्रोफेसर एस. चारी ने मूलभूत सुधारों एवं आवश्कताओं पर विस्तार से समझाया। उन्होंने देश-विदेश की बेस्ट प्रेक्टिसेज और चौबीसों घण्टे पेयजल सप्लाई को प्राप्त कर चुके शहरों का उदाहरण देकर समस्याओं को हल करने का सुझाव दिया।

आरयूआईडीपी के अतिरिक्त परियोजना निदेशक (द्वितीय) डॉ. हेमन्त कुमार शर्मा ने कार्यशाला को परियोजना क्रियान्वयन ईकाईयों के अभियन्ता के लिए बहुत लाभकारी बताया और उन्हें बताया कि वे कार्यशाला में अपने अनुभव साझा करें और बेस्ट प्रेक्टिसेज से सीख लें। कार्यशाला में श्री गंगानगर, झुंझुनूं, पाली, टोंक, लक्ष्मणगढ़, सरदारशहर, कुचामन सिटी, बांसवाड़ा, सिरोही, आबू रोड़, मण्डावा व खेतडी परियोजना शहरों में कार्यरत अभियन्ताओं ने भाग लिया।  

 वाटको ( वाटर कॉर्पोरेशन ऑफ ओडिसा ) के  परियोजना प्रबंधक श्री चिन्मय त्रिपाठी ने ओडिसा के विभिन्न शहरों में सफलतापूर्वक चल रही  चौबीसों घण्टे पेयजल सप्लाई योजना को प्रेजेन्टेशन मे माध्यम से समझाया। डॉ. स्नेहलता ने हैदराबाद के घरों में नॉन रेवेन्यू वाटर को घटाने और उसमें जन सहभागिता, आई.ई.सी. और व्यवहार परिवर्तन गतिविधियों की भूमिका  को विस्तारपूर्वक समझाया। 

कार्यशाला में आरयूआईडीपी के एडिशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर (प्रथम)  श्री डी.के.मीणा, वित्तीय सलाहकार श्रीमती जिज्ञासा गौड़, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री के. के. नाटाणी, उप-परियोजना निदेशक (तकनीकी) श्री कपिल गुप्ता, उप-परियोजना निदेषक (प्रशासन) श्री एस.एस. खिडिया एवं अन्य अभियन्ता मौजूद रहे।

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