Showing posts with label PRD. Show all posts
Showing posts with label PRD. Show all posts

Saturday, May 19, 2018

महिलाएं ही चेंज एजेंट: मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे

Sat May 19 17:48:20 IST 2018
महिलाएं बाहर निकलती हैं, तो बदलाव निश्चित होता है
जयपुर: 19 मई 2018: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि महिलाएं ही चेंज एजेंट हैं। महिलाएं घर से बाहर निकल कर समाज को बदलने की प्रतिज्ञा कर लें तो फिर उन्हें बदलाव लाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि महिलाएं नई ऊर्जा के साथ नये युग का सूत्रपात कर सकती हैं। 

श्रीमती राजे रविवार को 8 सिविल लाइन्स पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राजस्थान के क्षत्राणी शपथ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थीं। कार्यक्रम में सैंकड़ों क्षत्राणियों ने समाज सेवा की शपथ ली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि घूंघट में रहने वाली क्षत्राणियां आज क्रांतिकारी का रूप लेकर समाज सेवा का जो संकल्प लेने आई हैं, यह सभी समाजों के लिए उदाहरण है और हमारे लिए गौरव का अवसर है। 
महिलाएं बाहर निकलती हैं, तो बदलाव निश्चित होता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आमतौर पर क्षत्रिय महिलाएं बाहर नहीं निकलती लेकिन आज एक नये युग की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि महिला जब बदलाव की भावना के साथ बाहर निकलती है तो सैंकड़ों चुनौतियों के बावजूद सकारात्मक बदलाव निश्चित रूप से होता है, क्योंकि महिलाएं जिस तरह घर को संवारने का हुनर जानती हैं, उसी तरह वे समाज, देश और प्रदेश को भी एक सूत्र में पिरोने का काम करती हैं।
सबको साथ लेकर चलें
श्रीमती राजे ने क्षत्राणियों का आह्वान किया कि आपने समाज सेवा का जो बीड़ा उठाया है तो 36 की 36 कौम को साथ लेकर चलना होगा। सबके दुख-सुख में साथ खड़ा होना होगा। अपने लक्ष्य पर ध्यान रखकर आगे बढ़ना होगा तभी हम एक सशक्त समाज और एक सशक्त प्रदेश का निर्माण कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि आप अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर सुयोग्य बनाएं ताकि वे अन्याय के खिलाफ डटकर खड़े हो सके। 
आपने जो चुनरी ओढ़ाई, उसमें जिम्मेदारी का अहसास
श्रीमती राजे ने कहा कि आज आपने मुझे जो चुनरी ओढ़ाई है वह वजन में तो हल्की है, लेकिन इसमें एक बड़ी जिम्मेदारी का अहसास है। उन्होंने कहा कि क्षत्राणियों ने न्याय के लिए अपनी जिंदगी दाव पर लगा दी। आज आप सब भी समाज सेवा के जिस संकल्प के साथ निकली हैं समाज के सभी बुजुर्गाें की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे अपनी बहू-बेटियों के स्वाभिमान और इज्जत की रक्षा के लिए डटकर खडे़ रहे।
विकट वित्तीय स्थिति के बावजूद विकास में कोई कमी नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा राजस्थान की 60 साल की मुसीबत 5 साल में दूर नहीं हो सकती, लेकिन हमारी सरकार ने दिन-रात काम कर प्रदेश की दशा और दिशा बदली है। वित्तीय स्थिति विकट होते हुए भी हमने प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी। आपका प्यार और आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो विकास का यह सफर यूं ही जारी रहेगा। 
इससे पहले अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राजस्थान के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का चुनरी ओढ़ाकर एवं साफा पहनाकर अभिनन्दन किया। महिला पदाधिकारियों ने अपने-अपने जिले में की जा रही गतिविधियों से अवगत कराया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राजस्थान  के अध्यक्ष श्री आनन्द सिंह शेखावत, महासभा के संरक्षक श्री गजसिंह अलसीसर, श्री नरपत सिंह शेखावत सहित महासभा के प्रदेश पदाधिकारी एवं महिला पदाधिकारी उपस्थित थीं। 

Saturday, August 27, 2016

शेखावाटी के रेतीले धोरों के लोक कलाकारों ने दिखाया कमाल

Sat Aug 27 19:18:41 IST 2016
 कबीर के दोहों और मीरा के भजनों से बाँधा अलौकिक सा रंग
जयपुर: 27 अगस्त 2016: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो):
शेखावाटी के रेतीले धोरों के लोक कलाकारों ने शनिवार को राजस्थान की संस्कृति को साकार करने वाली विभिन्न प्रस्तुतियां देकर माउण्टेन ईकोज लिटरेचर फेस्टिवल में उपस्थित कलाप्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सादुलपुर (चूरू) के लोक कलाकार जमना देवी, माली देवी, करना राम एवं भंवर लाल ने शनिवार को भूटान शाही विश्वविद्यालय में कबीर के दोहों और मीरा के भजनों की ढोलक और इकतारे के साथ प्रस्तुतियों से हिमालय की वादियों में राजस्थानी लोक संस्कृति को जीवंत कर दिया। इन लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक लोकगीत पेश किए, जिस पर वहां उपस्थित साहित्य एवं कलाप्रेमियों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया।  इससे पहले राजस्थानी लोक कलाकारों ने राजमाता भूटान की राजमाता श्रीमती आशी दोरजी वांग्मो वांग्चुक के साथ भूटान शाही विश्वविद्यालय में मुलाकात की। श्रीमती वांग्चुक ने कलाकारों की प्रतिभा की सराहना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। 
---

बाल कल्याण गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करें-मनन चतुर्वेदी

Sat Aug 27 18:12:09 IST 2016
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने उदयपुर में ली बैठक
जयपुर: 27 अगस्त 2016: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो):
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के साथ ही बच्चों के विकास की सभी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने का आह्वान किया है और कहा है कि आदिवासी क्षेत्रों में इस दिशा में विशेष प्रयासों की आवश्यकता है। श्रीमती चतुर्वेदी ने शनिवार को उदयपुर सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक में यह आह्वान किया। श्रीमती चतुर्वेदी ने जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता सहित जिलास्तरीय उच्चाधिकारियों से भी चर्चा की और जनसुनवाई करते हुए विभिन्न विषयों पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बाल अधिकारों से संबंधित तमाम पहलुओं पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और बाल कल्याण गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने नवीन जे.जे. एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन, आरटीई को प्रभावी ढं्रग से लागू करने, शिशु एवं किशोर गृह की स्थिति को बेहतर बनाने,
जानिए क्यों मना रहे हैं नामधारी जन्माष्टमी का मेला
लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम -2012 के सार्थक क्रियान्वयन, बाल श्रम उन्मूलन, आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण प्रबन्धन को गुणात्मक बनाने आदि पर निर्देश दिए। 
बैठक में बताया गया कि आगामी 8 व 9 सितम्बर को कोटड़ा एवं उदयपुर में भ्रमण तथा जनसुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है इसमें बच्चों के अधिकारों और बाल कल्याण से संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण आदि हिस्सा लेंगे। उन्होंने उदयपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि वे 8 व 9 सितम्बर को उदयपुर में आयोजित बैठक एवं जन सुनवाई के लिए तैयारी आरंभ करें और इसमें सभी जरूरी विभागाेंं की सहभागिता सुनिश्चित करें। श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों की शिक्षा, पोषण, चिकित्सा, सुरक्षा आदि विषयों को गंभीरता से लेने के निर्देश देते हुए कहा कि बाल श्रम व पलायन रोकने के लिए खास प्रयास करने के साथ ही यह भी जरूरी है कि बच्चों के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण और इनके भविष्य को सँवारने की दिशा में भी ठोस काम किए जाएं। इसके लिए सकारात्मक चिन्तन के साथ बहुआयामी गतिविधियों का संचालन जरूरी है। जन सुनवाई में सुनी समस्याएं इस दौरान महाविद्यालयी बालिकाएं उनसे मिली और जनजाति क्षेत्र में बालिकाओं की समस्याओं के बारे में अवगत कराया। चतुर्वेदी ने इन बालिकाओं से एकान्त में चर्चा की और उनकी परेशानियों को सुना तथा ठोस कार्यवाही का आश्वासन दिया। उदयपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने बच्चों की समस्याओं व अन्य विषयों पर श्रीमती मनन चतुर्वेदी से बातचीत की और समस्याओं के समाधान का आग्रह किया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) ओ.पी. बुनकर सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। 

--- 

Wednesday, August 24, 2016

अभियोजन अधिकारियों का डाटाबेस तैयार करने का आदेश

Wed Aug 24 19:38:19 IST 2016
नये अभियोजन अधिकारियों कों सरकार का पक्ष रखने के लिये तैयार करें-गृहमंत्री 
इस वर्ष माह जुलाई तक सजायाबी प्रतिशत 66.77 रहा 
जयपुर: 24 अगस्त 2016: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो):

गृहमंत्री श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि भारतीय दण्ड प्रक्रिया के तहत दर्ज प्रकरणों में गत वर्षो से लगातार आ रही कमी की और ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। गत वर्ष भारतीय दण्ड प्रक्रिया के तहत दर्ज प्रकरणों में सजायाबी का प्रतिशत 68.8 था जबकि इस वर्ष माह जुलाई तक सजायाबी प्रतिशत 66.77 है। यह निर्देश श्री कटारिया ने बुधवार को यहां सचिवालय में आयोजित अभियोजन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान दिये। उन्होने कहा कि सहायक लोक अभियोजक अधिकारियों के पदों पर भर्ती माह अक्टूबर के मध्य होने की संभावना है उन्हें माह नवम्बर में बेहतर प्रशिक्षण की कार्ययोजना अभी से तैयार करें ताकि बकाया प्रकरणों का निस्तारण जल्दी हो सके। उन्होने जिलो में अभियोजन भवन के कार्यालयों के निर्माण की स्थिती की जानकारी लेते हुए कहा कि तुरन्त प्रभाव से सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित कर निर्माण कार्यो में तेजी लावें। कई जिलों में भूमि आवंटन की कार्रवाई नहीं हो रही है वहां जिला कलेक्टर से आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण करावें। उन्होनें कहा कि प्रदेश के हनुमानगढ, झुन्झुनु, टिब्बी, नवलगए एवं बाली क्षेत्र में निविदा कार्रवाई में तेजी लाने में निर्देश दिये। उन्होने अभियोजन के अधिकारियों को विभाग की वेबसाईट का अपडेशन करने के निर्देश दिये तथा अभियोजन अधिकारियों का डाटाबेस तैयार करने को कहा। उन्होनें कहा कि अभी तक उदयपुर, बांसवाडा, बांरा एवं बाडमेर जिलें में समन्वय बैठको का आयोजन नहीं हुआ है इस माह कराना सुनिश्चित करें। प्रमुख शासन सचिव श्री दीपक उप्रेती ने बताया कि विभाग को ओर अधिक सुदृढ करने के लिये वृहद आयामी कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि रिक्त पदों को भरने के लिये सेवानिवृत अधिकारियों व कर्मचारियों से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें पुनः संविदा पर लेने की कार्रवाई की जावें। इस अवसर पर निदेशक अभियोजन श्री देवेन्द्र दीक्षित, विशिष्ट सहायक श्री महेन्द्र पारख, अतिरिक्त निदेशक श्री तुलसा राम माली, उप निदेशक श्री अशोक बम्नावत व उप विधी परामर्शी श्री प्रमोद कौशिक उपस्थित थे। 
---