Friday, June 10, 2022

राजीविका की महिलाएं दिखा रही हैं नए नए कमाल

10th June 2022 at 08:30 PM

  ‘‘वीडियो सखी’’ बनकर सीखेंगी वीडियो प्रॉडक्शन एडिटिंग 


जयपुर: 10 जून 2022: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्य मिशन निदेशक, राजीविका श्रीमती मंजू राजपाल ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा नौ जिलों में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ‘‘वीडियो सखी’’ रिसोर्स पर्सन के रूप में चिन्हित कर वीडियो प्रॉडक्शन का प्र​शिक्षण दिया जाएगा। उनके द्वारा बनाए गए वीडियो की सहायता से राजीविका की ‘’प्रचार सखियों’’ द्वारा राजीविका सम्बन्धी एवं अन्य संदेशों का गांव-गांव में प्रचार किया जाएगा। 

इस सम्बन्ध में राजीविका की मिशन निदेशक श्रीमती राजपाल द्वारा डिजिटल ग्रीन के साथ शुक्रवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। श्रीमती राजपाल ने बताया कि प्रदेष में नेशनल रूरल इकॉनोमिक ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट से सम्बद्ध नौ जिलों के नौ ब्लॉक के लिए एनजीओ के साथ एमओयू किया गया है जो जून 2024 तक निःशुल्क रूप से कैपिसिटी बिल्डिंग का काम करते हुए स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को गुणवत्ता वाले वीडियो प्रॉडक्षन का प्रशिक्षण देगा।

श्रीमती राजपाल ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को वीडियो सखी के रूप में रिसोर्स पर्सन या मास्टर टे्रनर बनाने का फायदा यह है कि इसके जरिए सखी अपने परिवेश में खुद सीखकर वांछित सूचना का वीडियो बना सकेगी। जहां एक टीम ‘‘वीडियो सखी’’ के रूप में प्रॉडक्षन से जुड़ी होगी, वहीं दूसरी टीम ‘‘प्रचार सखी’’ के रूप में इस सूचना को जन-जन तक पहंुचाने का काम करेगी। इस प्रकार कम्यूनिटी को जानकारी देने के लिए कम्यूनिटी का ही इस्तेमाल करते हुए कल्याणकारी संदेषों को उन तक पहंुचाने का यह तरीका बेहद प्रभावी एवं कारगर है। इससे संदेशों की प्रमाणिकता एवं उनका समयबद्ध प्रसरण भी संभव होगा। 

 डिजिटल ग्रीन की पार्टनरशिप हैड सुश्री समिथा हलदर ने बताया कि डिजिटल ग्रीन एक अन्तरराष्ट्रीय एनजीओ है जो कई राज्यों में कार्यरत है। कम्यूनिटी बेस वीडियो अप्रोच इस संगठन का एक फ्लैगशिप कार्यक्रम है। अन्य कई राज्यों में इसका अच्छा परिणाम मिला है और राजस्थान में राजीविका के साथ जुड़ना इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Wednesday, March 9, 2022

इन्दिरा रसोई योजना अर्थात पौष्टिकता से भरपूर सस्ता भोजन

 एक विशेष लेख जिसमें है इस शानदार योजना की पूरी जानकारी 

 4 करोड़ 46 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराती है यह योजना 


जयपुर
: 7 मार्च 2022: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

प्रदेश व देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जब कोरोना वायरस की प्रथम लहर ने वर्ष 2020 के शुरूआत से ही पूरे मानव जीवन को झकझोर के रख दिया था और इस भयावह बीमारी से पूरे प्रदेश व देश में असंख्य व्यक्तियों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग थे। राजस्थान में इस भयावह बीमारी की रोकथाम के लिए जब लॉकडाउन घोषित किया अनेक लोगों का रोजगार भी छीन गया था, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दो वक्त के भोजन के लिए भी संघर्ष करना पड़ा और जीवनयापन करना दूभर हो गया था।

ऐसी विषम परिस्थितियों में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य की जनता के प्रति सरकार आपके के साथ की भावना से ओतप्रोत अपनी वचनबद्धता का परिचय देते हुये राज्य के 213 शहरी क्षेत्रों में 358 रसोई के माध्यम से 20 अगस्त, 2020 से ’’कोई भूखा न सोए’’ के लक्ष्य से देश की महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी जिन्होंने अपना पूरा जीवनकाल निराश्रितों की सहायता एवं सेवाभाव में लगा दिया था उन्हीं के नाम पर इंदिरा रसोई योजना का शुभारम्भ किया। इंदिरा रसोई की शुरूआत से राजस्थान की एक विकसित तस्वीर उमडकर सामने आई है।

 इंदिरा रसोई योजना में क्या खास हैं?

इंदिरा रसोई के तहत शहर के विभिन्न हिस्सों में गरीब एवं निराश्रित, कामगार, प्रवासी मजदूरों, शहरी गरीबों, जरूरतमंदों आदि को मात्र 8 रुपये में भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दोपहर का भोजन प्रातः 8ः30 बजे से मध्यान्ह 1ः00 बजे तक एवं रात्रिकालीन भोजन सायंकाल 5ः00 बजे से 8ः00 बजे तक उपलब्ध कराये जाने का सुनिर्णय लिया। 

योजना की खास बात यह है कि इसमें सम्मान पूवर्क बैठाकर शुद्ध भोजन खिलाया जाता है

भोजन मेन्यू में मुख्य रूप से प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती एवं आचार सम्मिलित है जो कि सामान्य रूप से एक व्यक्ति के भोजन की शारीरिक आवश्यकता की पूर्ति हेतु निर्धारित मापदंडों के अनुरूप भोजन की आपूर्ति की जाती है। योजना की स्वर्णिम सफलता इसी से प्रतीत होती है कि भोजन वाहनों का समयानुसार इंतजार एवं वाहनों के समक्ष लोगों की लम्बी कतार लोगों की जठराग्नि को संतुष्टि पूर्ण तृप्त करने की गवाही स्वयं ही देती है। इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि यह योजना अपने निर्धारित उद्देेश्यों को सुव्यवस्थित एवं गतिशीलता के साथ प्राप्त करने को अग्रसर सफलतम योजना के रूप में स्थापित हो रही है। राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि में योजना के तहत 65 लाख 4 हजार से भी ज्यादा जरूरत मंदों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया गया। इसी का परिणाम है मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपने वर्ष 2022-23 के बजट में इंदिरा रसोई की संख्या प्रदेश में बढ़ाकर एक हजार करने की घोषणा की है। 

पारदर्शिता के साथ की जा रही है मॉनिटर्रिंग

इंदिरा रसोई में पारदर्शिता के सिद्धांत का सुनिश्चितता बेहतर उपयोग किया गया हैं, इंदिरा रसोई का प्रत्येक वाहन जीपीएस सिस्टम से जुड़ा है, और जैसे ही कोई लाभार्थी रसोई काउंटर पर आता है, स्वचालित रूप से उसका फोटा खिंच जाता है, और तत्काल प्रभाव से उसके दिए गए मोबाइल नंबर पर एक संदेश भेजा जाता है, जिसमें इंदिरा रसोई में आने और भोजन स्वीकार करने के लिए लाभार्थी को धन्यवाद दिया जाता है। इस प्रक्रिया से पारदर्शिता बनी रहती है। लाभार्थियों की सही संख्या ज्ञात हो जाती है वहीं दूसरी ओर योजना में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार या कदाचार से बचा जा सकता है, जिससे योजना के व्यवस्थित और निर्बाध निष्पादन की सुनिश्चितता संभव होती है। 

योजना के सफल संचालन से मिला रोजगार

मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गयी यह योजना 100 करोड़ रुपये के प्रावधान एवं चयनित एन.जी.ओ. के सुदृढ़ नेटवर्क एवं सामंजस्य की मिसाल एवं मुख्यमंत्री के जनता के प्रति स्नेह एवं प्रतिबद्धतापूर्ण शासकीय एवं प्रबंधकीय निर्णयों की सकारात्मकता एवं सार्थक क्षमता को परिभाषित करती है। इंदिरा रसोई योजना द्वारा गरीब एवं निराश्रित, कामगार, प्रवासी मजदूरों, शहरी गरीबों, जरूरतमंदों आदि को भोजन कराने के उद्देश्यों के साथ-साथ रोजगार सृजन के रूप में भी यह मील का पत्थर साबित हुयी है। इस योजना से असंख्य रसोइयों, वाहन चालक एवं वितरण हेतु व्यक्तियों को रोजगार की उपलब्धता के साथ जीवन स्तर में स्वीकारात्मक सुधारों की प्राप्ति हुयी है। 

योजना का लक्ष्य 4.87 करोड़ लोगों को लाभान्वित करना

योजना के अन्तर्गत प्रतिदिन 1.34 लाख व्यक्ति एवं प्रतिवर्ष 4.87 करोड़ लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है तथा आवश्यकता के अनुरूप इसे और बढ़ाया जा सकता है। इसी तरह प्रत्येक रसोई संचालन हेतु एकमुश्त 5 लाख रुपये आधारभूत एवं 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष आवर्ती व्यय का प्रावधान किया गया है। 

फीडबैक से की जा रही है सधन मॉनीटरिंग

मुख्यमंत्री के संकल्प ’’कोई भी भूखा नहीं सोए’’ को साकार करने के लिए संयुक्त रूप से नगरीय विकास एवं आवासन, स्वायत्त शासन विभाग ने जिम्मेदरी ली है। नगरीय विकास एवं आवासन, स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल के निर्देश पर स्वायत्त शासन विभाग ने योजना को अविलम्ब पूरे राज्य में लागू किया और नगरीय निकाय रसोइयों की प्रतिदिन संचालन की नियमित मॉनिटरिंग एवं समीक्षा कर रहे है।

लगभग 4.46 करोड़ लाभान्वित

इसी तरह प्रदेश के समस्त 10 नगर निगम क्षेत्रों में 87 रसोईघर संचालित हैं तथा नगरपरिषद क्षेत्रों में 102 एवं 169 नगर पालिका क्षेत्रों में 169 रसोई घर संचालित किये जा रहे हैं। योजना के अन्तर्गत नगर निगम क्षेत्र रसोइघरों में 300 थाली दोपहर को एवं 300 थाली रात्रि भोजन में जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई जा रही है। इसी तरह नगर परिषद क्षेत्रों में भी दोपहर को 150 एवं रात्रि भोजन में भी 150 थाली तथा नगर पालिका क्षेत्र की रसोइयों में भी 150 थाली दोपहर को एवं 150 ही थाली रात्रि भोजन में उपलब्ध कराई जाती है। राज्य सरकार के अथक प्रयासों से योजना के तहत लगभग 4 करोड़ 46 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध करा लाभान्वित किया जा चुका है।

हम गरीबों की दुआ से ही गहलोत साहब हुए स्वस्थ

हम गरीबों का इन विषम परिस्थितियों में ध्यान रखकर हमें वक्त पर भोजन दिया। उन्होंने हमारा ध्यान रखा भगवान  ने उनका ध्यान रखा, भोजन प्राप्त करने वाले फूलचन्द एवं डाली देवी का कहना है गहलोत साब ने हम गरीबों का ध्यान रखा उसी वजह से आज दो बार कोरोना संक्रमित होने तथा हृदय रोग से ग्रस्त होने के बाद भी हमारी दुआ से गहलोत साब स्वस्थ है। भगवान ने उन्हें लम्बी उम्र प्रदान करें। 

-के.एल. मीना

उपनिदेशक (समाचार)

 

Saturday, December 11, 2021

इलेक्टि्रक वाहनाें को बढावा देने के लिए रोड शो आयोजित

 जयपुर डिस्कॉम एमडी ने फ्लेग दिखाकर काफिले को रवाना किया 


जयपुर
: 11 दिसम्बर 2021: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

प्रदेश में इलेक्टि्रक वाहनाें के उपयोग को बढावा देने के लिए जयपुर डिस्कॉम द्वारा शनिवार को एक रोड शो का आयोजन किया गया। इलेक्टि्रक वाहनाें को जयपुर डिस्कॉम के एमडी श्री नवीन अरोड़ा ने प्रातः 11 बजे जवाहर सर्किल से फ्लैग दिखाकर रवाना किया। जवाहर सर्किल, जेएलएन मार्ग, जेडीए सर्किल, हाईकोर्ट सर्किल होते हुए विद्युत भवन पर रोड शो का समापन हुआ। 

जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री नवीन अरोड़ा ने बताया कि शनिवार को  आयोजित रोड शो में करीब 30 दुपहिया व चौपहिया इलेक्टि्रक वाहन शामिल हुए। जवाहर सर्किल पर आयोजित समारोह में श्री अरोड़ा ने कहा कि पैट्रोल व डीजल के वाहनों से बढते हुए कार्बन उत्सर्जन को कम करने हेतु ग्रीन ट्रांसपोर्ट को अपनाएं। इसके साथ ही इलेक्टि्रक वाहनों को प्रोत्साहित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा भी सोलर पालिसी एवं विण्ड व हाईब्रिड पालिसी -2019 में कई दूसरे प्रावधान दिए है। राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग द्वारा भी इलेक्टि्रक वाहनों के प्रोत्साहन हेतु अलग श्रेणी निर्धारित की गई है, जिसमें कम दर पर चार्जिग का प्रावधान किया गया है। 

उन्होंन कहा कि इस आयोजन से आमजन में ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता बढेगी एवं प्रदेश में इलेक्टि्रक वाहनाें के उपयोग को बढावा भी मिलेगा एवं इलेक्टि्रक वाहनों के उपयोग को बढावा मिलने से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी। इलेक्टि्रक वाहनों को चार्ज करने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर की राज्य में नोडल एजेन्सी जयपुर डिस्कॉम द्वारा इस रोड शो का आयोजन किया गया है। 

उल्लेखनीय है कि ब्यूरोे ऑफ एनर्जी एफिसिएन्सी, भारत सरकार द्वारा 8 दिसम्बर से 14 दिसम्बर, 2021 तक ऊर्जा संरक्षण जागरुकता सप्ताह मनाया जा रहा है। 

Friday, November 5, 2021

राजस्थान रोडवेज़ में बढ़ा 7 प्रतिशत महंगाई भत्ता

 2400 से अधिक रिटायर्ड कर्मियों को किया परिलाभों का भुगतान 

 परिवहन मंत्री ने कई और घोषणाएं भी कीं 


जयपुर
: 03 नवंबर 2021: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

राजस्थान सरकार ने इस दीपावली राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के सेवारत कर्मचारियों, अधिकारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के दिशानिर्देशों पर परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास के कुशल निर्देशन में जहां एक ओर सेवानिवृति के परिलाभों का भुगतान किया जा रहा हैं। वहीं, रोडवेज कर्मचारियों व अधिकारियों एवं पैंशनर्स के महंगाई भत्ते में 7 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।

श्री खाचरियावास ने बताया कि रोडवेज कर्मचारियों व अधिकारियों एवं पैंशनर्स के महंगाई भत्ते में राज्य सरकार के अनुरूप 7 प्रतिशत वृद्धि कर 189 प्रतिशत से बढ़ाकर 196 प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान 01 जुलाई, 2021 से किया जावेगा। उन्होंने बताया कि नवंबर 2016 से लेकर मार्च 2019 तक की अवधि के ग्रेच्यूटी, अवकाश, 5वें व 6वें वेतनमान आयोग के एरियर सहित अन्य का भुगतान किया जा रहा है।

परिवहन मंत्री ने बताया कि इस अवधि के भुगतान से 2400 से अधिक सेवानिवृति कर्मचारियों को लाभ मिला है। इससे उनके और उनके परिवार में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि चौमूं हाउस, परिवहन मार्ग पर स्थित वैशाली नगर व जयपुर आगार एवं टायर प्लान्ट की अनुपयोगी भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित किये जाने के एवज् में 01 नवंबर 2021 को 214 करोड़ रूपये जारी हो चुके है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान रोडवेज के सुचारू संचालन के लिए राजस्थान सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। रोडवेज राजस्थान की लाइफलाइन है। बसों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जायेगी। 

Monday, November 1, 2021

हस्तशिल्प उत्पाद में महिलायों को आत्मनिर्भर बनने का मौका

महिलाओं में उद्यमशीलता का भी विकास हुआ-स्टेट मिशन निदेशक 


जयपुर: 1 नवंबर 2021: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::
दीपावली ग्रामीण हाट मेले में राजस्थान के समस्त जिलों में राजीविका की महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य महिलाओं द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों में हस्तशिल्प आइटम्स वस्त्र उत्पाद, मसाले तथा पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन व विपणन किया गया। जिसमें वह अपने कौशल के अनुरूप आजीविका संवर्धन संबंधित गतिविधियों कृषि एवं पशुपालन गैर कृषि एवं सेवा क्षेत्र को अपनाकर न केवल अपनी आजीविका संवर्धन कर रही है अपितु गरीबी उमूलन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही है जिससे उनके भीतर उद्यमशीलता का भी विकास हुआ है। 

राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की स्टेट मिशन निदेशक श्रीमती शूचि त्यागीे सोमवार को इंदिरा गांधी पंचायतीराज संस्थान में 6 दिवसीय दीपावली ग्रामीण हाट मेले के समापन अवसर पर जिलों से आई महिला स्वयं सहायता समूह को संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि दीपावली के इस मौके पर हाट मेले के रूप में महिलाओं को कोरोना काल में आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक अच्छा अवसर एवं योग्य मंच प्रदान किया गया, जिससे उनके द्वारा अपने बनाए उत्पादों के विक्रय के लिए का बाजार उपलब्ध हुआ। जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा तथा सभी राजीविका की इस पहल को सराहाना की है। उन्होेंने कहा कि गत वर्ष इसी प्रकार के मेले का आयोजन किया गया था जिसकी अपेक्षा में अबकी बार उत्पादनों में सुधार आया है।

स्टेट प्रोजेक्ट प्रबंधक श्री सोमदत्त दीक्षित ने कहा कि इस मेले में 33 जिलों के 33 स्टाल लगाई गई इन स्टालों पर लगभग 30 से 32 लाख रूपये की बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि अन्य आकर्षणों में टोंक के विभिन्न प्रकार के अनाज को तत्काल पीसकर मिस्सी आटा, मसाले, बेसन, बाड़मेर का एप्लिक वर्क, धौलपुर के कारपेट, गंगानगर के हस्तशिल्प उत्पाद जिसमें मांगलिक कार्यों में एवं पर्व में काम में आने वाले शुभ चिन्ह एवं प्रतीक, अलवर से टेराकोटा के विभिन्न प्रकार की आकृति, राजसमंद के मोलेला पॉटरी एवं मीनाकारी की ज्वेलरी, विभिन्न प्रकार के व्यंजन जिसमें राजसमंद का तिलकुट्टा भंडार, कोटपुतली जयपुर की लाइव खाद्य स्टॉल जिसने समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के लड्डू जिसमें मूंग, बेसन, मेथी, गोंद एवं आटे के लड्डू मुख्य रूप से आकर्षण का केंद्र रहे, इस मेले में लगभग 170 किलो ग्राम लड्डूओं का विक्रय भी किया गया।

मेले में बिक्री के अनुसार जिला परियोजना प्रबंधन इकाई जयपुर को प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान पर राजसमंद, तृतीय स्थान पर बाड़मेर जिला रहे तथा फूड स्टॉल में आरती स्वयं सहायता समूह की संचालिका को चतुर्थ स्थान मिला एवं सांत्वना पुरुस्कार के लिए प्रथम अलवर, द्वितीय जालोर जिले को मिला।

इस अवसर पर स्टेट मिशन निदेशक श्रीमती शूचि त्यागी ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले जिलों के नोडल अधिकारी को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

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Friday, October 29, 2021

पालनहार योजना ने दिया अनाथ बच्चों को संबल

 सफलता की कहानी//प्रशासन गांवों के संग अभियान


जयपुर:29 अक्टूबर 2021: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

बारां जिले की ग्राम पंचायत फतेहपुर में प्रशासन गांंवो के संघ अभियान के तहत आयोजित शिविर में अनाथ बालिका निधि के लिए पालनहार योजना की स्वीकृति प्रदान की गई। अब उसके संरक्षक महावीर प्रसाद को प्रतिमाह एक हजार रूपए की राशि मिलेगी, जिससे उन्हें निधि की पढाई-लिखाई आदि के खर्च वहन करने में संबल मिलेगा। उपखंड अधिकारी दिव्यांशु शर्मा ने शिविर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संरक्षक महावीर प्रसाद को पालनहार योजना का प्रमाण पत्र प्रदान किया। महावीर प्रसाद राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहते है कि गरीब अनाथ बच्चों के लिए सरकार की यह योजना जीवन दायिनी है।

दो बच्चों को मिला पालनहार का सहारा

शाहबाद के खुशियारा क्षेत्र के दो बच्चों के सिर से 9 वर्ष पूर्व पिता का साया अनायास उठ जाने से उनके पालन पोषण का जिम्मा मां पर आ गया था। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत खुशियारा में आयोजित शिविर में  मां रामकनी के आवेदन पर दोनों बच्चों के लिए पालनहार योजना का लाभ स्वीेृत किया गया। आर्थिक मुश्किलों में गुजर-बसर कर रही रामकनी को अब हर माह दो हजार रूपए मिलेंंगे  सरकार की सहायता से वह अब दोनों बच्चों का बेहतर तरीके से पालन पोषण कर सकेगी। 

रब रूठा तो सरकार ने संभाला

फतेहपुर गांव की 12 वर्षीय दीपिका से जैसे रब ही रूठ गया था जब उसके पिता की पिछले वर्ष दुर्घटना में मृत्यु हो गई। पिता की मृत्यु के  बाद उसकी मां ने भी उसे छोड़कर दूसरा ब्याह रचा लिया था। इस विपदा के बाद वह अपनी बुजुर्ग दादी चमेली बाई के साथ जीवन यापन कर रही थी। अभियान के तहत फतेहपुर में आयोजित शिविर में दीपिका के पालन पोषण के लिए चमेली बाई को पालनहार योजना की स्वीकृति प्रदान की गई। चमेली बाई कहती हैं कि सरकार की मदद के कारण वह अपनी पोती को बेहतर शिक्षा दिलवा सकेगी। 

रामसुखी अब होगी ‘सुखी’

दो वर्ष पूर्व पति के गुजर जाने से शाहबाद क्षेत्र की संदोकड़ा की रामसुखी पर जैसे दुखों का पहाड़ सा टूट पड़ा था। चार बच्चों के पालन पोषण की पूरी जिम्मेदारी उस पर आ गई थी। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत संदोकड़ा ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में उसके तीन बच्चों के लिए पालनहार योजना स्वीकृत हुई तो उसे विश्वास हुआ कि अब उसकी मुश्किलें कम हो सकेंगी। अब तक वह केवल जैसे-तैसे बच्चों का भरण पोषण कर पा रही थी। रामसुखी कहती हैं कि राज्य सरकार मुसीबत के समय में  अच्छी मददगार बनी है। वह हमेशा इसके लिए आभारी रहेंगी।


Wednesday, October 21, 2020

राजस्थान में भी पुलिस शहीद दिवस

 शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी 



जयपुर
: 21 अक्टूबर 2020: (राजस्थान स्क्रीन ब्यूरो)::

महानिदेशक पुलिस श्री एम एल लाठर ने पुलिस के अमर शहीदों की याद में बुधवार को राजस्थान पुलिस अकादमी स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।  

महानिदेशक पुलिस द्वारा एक सितम्बर 2019 से 31 अगस्त 2020 तक शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम का स्मरण किये जाने के बाद ’’लास्ट पोस्ट’’ की धुन बजाई गई । पुलिस आयुक्तालय जयपुर एवं आरएसी चतुर्थ व पांचवी बटालियन की टुकड़ी द्वारा गार्ड आफ ऑनर दिया गया। 

सेवानिवृत महानिदेशक पुलिस श्री कापिल गर्ग, एडीजी मुख्यालय श्री भूपेंद्र दक, अराजपत्रित पुलिस अधिकारी  श्री मदनसिंह  आइबी निदेशक श्री के सी मीणा सीबीआई के श्री विवेक प्रियदर्शी, आरपीए निदेशक श्री राजीव शर्मा एवं कमिश्नर पुलिस श्री आनंद श्रीवास्तव ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किये।

अतिरिक्त महानदेशक एवं आरपीए निदेशक श्री राजीव शर्मा ने महानिदेशक की अगवानी की।

इस अवसर पर महानिदेशक जेल श्री राजीव दासोत, महानिदेशक एसीबी श्री बी एल सोनी, अतिरिक्त महानदेशक सर्व श्री सौरभ श्रीवास्तव, श्रीनिवास राव जंगा, संजय अग्रवाल, दिनेश एनएम, पुलिस कमिश्नर आंनद श्रीवास्तव  सहित पुलिस अधिकारी गण एवं पुलिस कर्मी मौजूद थे। 

पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर राजस्थान पुलिस अकादमी स्थित चिकित्सालय परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया महानिदेशक पुलिस श्री  लाठर ने रक्तदान शिविर का निरीक्षण किया एवं रक्तदान कर रहे पुलिसकर्मियों की हौसला अफजाई की। उन्होंने पुलिस मेमोरियल पर भी पुष्पचक्र अर्पित किए।

पुलिस शहीद दिवस परेड प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय सहित आरएसी, प्रशिक्षण केन्द्रों, जोन कार्यालयों एवं रेंज स्तर पर भी आयोजित कर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर शहीदों की याद में स्वैच्छिक रक्तदान, वृक्षारोपण आदि कार्यक्रम आयोजित किये गए। प्रदेश की सभी पुलिस लाईन एवं जिलों के अन्य प्रतिष्ठित स्थलों पर डयूटी  के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम प्रदर्षित किये गए।

पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर एस एम एस हॉस्पिटल स्थित ब्लड बैंक में स्वैच्छिक प्लाजमा(डोनेशन) शिविर का आयोजन किया गया। महानिदेशक श्री लाठर ने इस शिविर का भी निरीक्षण कर डोनर्स को बधाई दी।